हज व उमरह का बयान

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 हज व उमरह का बयान 


मरवा से सई कि तो किया हुक्म है

 हालते एहराम में खाने के लिए मछली का शिकार करना कैसा है


हिन्दी ट्रानलेट 

मौलाना रिजवानुल क़ादरी अशरफी  सेमरबारी 


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